दुर्लभ हार्ट सर्जरी, 30 वर्षीय महिला के जन्मजात दिल के छेद को किया बंद


गणेश कुमार स्वामी   2023-09-16 09:37:01



ईटानगर, पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार अरुणाचल प्रदेश के एकमात्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल टोमो रीबा इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंसेज (TRIHMS) के डॉक्टरों ने एक दुर्लभ सर्जरी के माध्यम से 30 साल की एक महिला मरीज के दिल में जन्म से ही मौजूद छेद को बंद कर दिया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि TRIHMS के हृदय रोग विशेषज्ञों ने गुरुवार को लोकल एनेस्थीसिया (local Anesthesia) के माध्यम से पहली बार मरीज के एट्रियल सेप्टल डिफेक्ट (ASD) को पहली बार बंद किया। अधिकारियों के मुताबिक, यह दुर्लभ सर्जरी डॉ. रिनचिन दोरजी मेगेजी और डॉ. टोनी एटे ने नर्सों की एक टीम के साथ की।

वहीं, सफल सर्जरी के बाद डॉ. टोनी एटे ने इसको राज्य में चिकित्सा विज्ञान में एक नए युग की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि एट्रियल सेप्टल डिफेक्ट दीवार यानि की सेप्टम एक ऐसा छेद है जो हृदय के शीर्ष दो कक्षों को अलग करता है। यह छेद जन्म के समय से ही मौजूद होता है और सेप्टम के बढ़ने के बाद छिद्र सील हो जाता है। उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में यह सील नहीं हो पाता है, जिसके कारण फेफड़ों में खून ज्यादा बहता है।

राज्य में इस दुर्लभ सर्जरी की सफलता के बाद मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने रीबा इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंसेज के डॉक्टरों की पूरी टीम और अन्य कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि डॉ. रिनचिन दोरजी मेगेजी, डॉ. टोनी एटे और TRIHMS की कार्डियो टीम को लोकल एनेस्थीसिया के माध्यम से 30 वर्षीय महिला की दिल के अंदर के छेद को पहली बार पर्क्यूटेनियस तरीके से बंद करने के लिए बधाई। यह वाकई गर्व का क्षण है आप सभी को शुभकामनएं।