पहली बार सूअर में मानव किडनी विकसित करने में मिली सफलता, शोधकर्ताओं ने भ्रूण में किए जेनेटिकल बदलाव


गणेश कुमार स्वामी   2023-09-09 05:20:30



बीजिंग,  दुनिया भर में कई लोग ऐसे हैं जो किडनी प्रत्यारोपण का इंतजार कर रहे हैं। समय पर प्रत्यारोपण के लिए अंग न मिलने के कारण कई लोगों की जान भी चली जाती है। ऐसे में पहली बार सूअर के भ्रूण में मानव कोशिकाओं के साथ सफलतापूर्वक मानव किडनी विकसित करने में चीनी विज्ञानियों को मिली सफलता उम्मीद की किरण लेकर आई है।

कैसे तैयार हुई मानव किडनी?

वैज्ञानिकों ने शोध के दौरान सूअरों में 28 दिनों के बाद विकासशील मानव किडनी की संरचना और नलिका का सामान्य गठन पाया। चीन में गुआंगजो इंस्टीट्यूट आफ बायोमेडिसिन एंड हेल्थ के शोधकर्ताओं ने कहा कि मानव स्टेम कोशिकाओं को सूअर के भ्रूण के साथ एकीकृत करना चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है, क्योंकि उनकी कोशिकाएं मानव कोशिकाओं से प्रतिस्पर्धा करती हैं।

शोधकर्ताओं ने सूअर के भ्रूण में किए जेनेटिकल बदलाव

उन्होंने कहा कि दोनों की कोशिकाओं की अलग-अलग जरूरतें होती हैं। इसलिए शोधकर्ताओं ने सबसे पहले सूअर के भ्रूण के भीतर जेनेटिकल बदलाव किया ताकि वह प्रतिस्पर्धा न करे। साथ ही मानव प्लुरिपोटेंट स्टेम कोशिकाओं में बदलाव किया गया, जिससे यह सूअर की कोशिकाओं के साथ एकीकरण में सक्षम हों।

फिर इन कोशिकाओं को एक विशेष माध्यम में संवर्धित कर प्रारंभिक मानव भ्रूण कोशिकाओं से मिलती-जुलती कोशिकाओं में बदल दिया गया और सूअर में डाल दिया गया।

सामान्य रूप से हो रहा था मानव किडनी का विकास

शोधकर्ताओं ने पाया कि मानव किडनी का विकास 28 दिन बाद भी सामान्य रूप से हो रहा था। शोधकर्ता इसे और लंबे समय तक विकसित करने के पक्ष में हैं। साथ ही वे अन्य अंगों के विकास को लेकर शोध करना चाह रहे हैं।