डेंगू ने छह साल का तोड़ा रिकॉर्ड, इस बार गंभीर रोग का खतरा भी अधिक


गणेश कुमार स्वामी   2023-09-01 11:56:19



दिल्ली, पिछले कई वर्षों की तरह इस साल भी अगस्त-सितंबर के महीने में राजधानी दिल्ली में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं। हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पतालों में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है, हालांकि ज्यादातर लोग आसानी से ठीक होकर घर लौट रहे हैं। गंभीर रोग का खतरा सिर्फ उन्हीं में देखा जा रहा है जो या तो कोमोरबिडिटी के शिकार हैं या फिर जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है।

इस बार दिल्ली में डेंगू के आंकड़े डराने वाले हैं। अगस्त के महीने के आखिर तक यहां डेंगू ने पिछले छह साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस साल 1 जनवरी से अगस्त 2023 के बीच रिपोर्ट किए गए 348 डेंगू मामलों की तुलना में, साल 2022 में इसी अवधि में 174 मामले, 2021 में 55 मामले, 2020 में 35 मामले, 2019 में 47 मामले और 2018 में 64 मामले दर्ज किए गए थे। अधिकारियों की तरफ से डेंगू को लेकर कोई हालिया रिपोर्ट जारी नहीं की गई है, लेकिन जिस प्रकार से अस्पतालों में भीड़ बढ़ रही है, वह चिंता बढ़ाने वाली है।

डेंगू के संक्रामक स्ट्रेन का खतरा

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में दिल्ली में डेंगू का अत्यधिक संक्रामक और घातक DEN-2 स्ट्रेन देखा जा रहा है। डेन-2 स्ट्रेन से जुड़े लक्षण काफी हद तक डेंगू के अन्य सभी प्रकारों से मिलते-जुलते हैं, हालांकि इसके कारण गंभीर रोग विकसित होने का खतरा और रक्तस्रावी बुखार का जोखिम अधिक देखा जा रहा है।

यदि समय पर इसका निदान और इलाज न किया जाए तो मरीजों को शॉक लगने और रक्तस्राव के कारण होने वाली जटिलताओं का खतरा अधिक हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों को डेंगू से बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की आवश्यकता है।