आधी रात अमेरिकी विमानों ने सीरिया और इराक में बरसाए बम, बाइडेन बोले- हमले अभी बाकी हैं


गणेश कुमार स्वामी   2024-02-04 06:28:55



अमेरिका ने जॉर्डन में अपने सैनिकों पर हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए इराक और सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया (असैनिक लड़ाकों) और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के कई ठिकानों पर हमले किए। यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और अन्य शीर्ष अमेरिकी नेता कई दिनों से चेतावनी दे रहे थे कि अमेरिका मिलिशिया समूहों पर जवाबी हमला करेगा। अमेरिकी नेताओं ने कहा है कि यह केवल एक हमला नहीं बल्कि समय के साथ की जाने वाली कई स्तर की प्रतिक्रिया होगी।

अमेरिका द्वारा शुक्रवार (2 फरवरी) को हमले किए जाने के बाद बाइडेन ने एक बयान जारी कर कहा कि अमेरिका पश्चिम एशिया या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, वे यह जान लें कि यदि आप किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे, तो हम जवाब देंगे।

ईरान समर्थित हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत

बाइडेन ने पिछले रविवार को कहा था कि जॉर्डन में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) द्वारा समर्थित आतंकवादी समूहों के ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई। शुक्रवार को हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि मेरे निर्देश पर आज दोपहर अमेरिकी सैन्य बलों ने इराक और सीरिया में उन केंद्रों को निशाना बनाया, जिनका उपयोग आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया समूह अमेरिकी बलों पर हमला करने के लिए करते हैं। हमारी जवाबी कार्रवाई आज से शुरू हुई जो हमारे द्वारा चुनी गई जगहों और हमारे चुने समय पर जारी रहेगी।

यूएस सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) के अनुसार, स्थानीय समयानुसार शाम चार बजे (भारतीय समयानुसार शुक्रवार देर रात ढाई बजे) उसकी सेना ने आईआरजीसी कुद्स फोर्स और संबद्ध मिलिशिया समूहों के खिलाफ इराक और सीरिया में हवाई हमले किए। हमले के समय इराक और सीरिया में करीब आधी रात का वक्त था।

अमेरिका ने 85 से अधिक टारगेट पर किया हमला

न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सैन्य बलों ने 85 से अधिक टारगेट पर हमला किया। इस हमले में अमेरिका से भेजे गए लंबी दूरी के बमवर्षक विमानों सहित कई विमान शामिल थे। सेंटकॉम ने बताया कि जिन ठिकानों पर हमला किया गया, उनमें कमान और नियंत्रण संचालन केंद्र, खुफिया केंद्र, रॉकेट एवं मिसाइल और मानव रहित हवाई वाहन स्टोरेज, मिलिशिया समूहों और उनके आईआरजीसी प्रायोजकों की रसद और गोला-बारूद आपूर्ति वाले केंद्र शामिल हैं।

यह केवल शुरुआत है, अभी और हमले होंगे

अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि उन सात केंद्रों पर ये हमले किए गए, जिनका इस्तेमाल आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया अमेरिकी सेना पर हमला करने के लिए करते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारी जवाबी कार्रवाई की शुरुआत है। राष्ट्रपति ने आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया को अमेरिका और गठबंधन बलों पर उनके हमलों का जवाबदेह ठहराने के लिए अतिरिक्त कार्रवाई का निर्देश दिया है।

ऑस्टिन ने कहा, कि हमारे द्वारा चुने समय और स्थानों पर हमले होते रहेंगे। हम पश्चिम एशिया या कहीं और संघर्ष नहीं चाहते, लेकिन राष्ट्रपति और मैं अमेरिकी बलों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम अमेरिका, हमारी सेनाओं और हमारे हितों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।