सरकारी नौकरी छोड़, बेटे के लिए फाके में दिन गुजारे, रुला देगी छोटा भीम के पिता के त्याग की कहानी


गणेश कुमार स्वामी   2024-01-18 09:08:00



फिल्मों में करियर बनाने के लिए मुंबई जैसे शहर में हर रोज हजारों लोग आते हैं। ऐसे बहुत सारे एक्टर हैं, जिन्होंने अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़कर एक्टिंग की राह चुनी, लेकिन बेटे को एक्टर बनाने के लिए सरकारी नौकरी छोड़कर मुंबई जैसे शहर में बहुत ही कम मां-बाप आते हैं। बाल कलाकार यज्ञ भसीन के पिता दीपक भसीन उत्तराखंड उच्च न्यायालय, नैनीताल में अनुभाग अधिकारी थे और उनकी मां सोनिया भसीन अपना ब्यूटी सैलून चलाती थीं। लेकिन अपने बच्चे का सपना पूरा करने के लिए पूरा परिवार नैनीताल छोड़कर मुंबई में साल 2017 में शिफ्ट हो गया। इस बार के अपना अड्डा में दीपक भसीन भी शामिल हुए और उन्होंने इस मौके पर मौजूद सभी कलाकारों के सामने अपनी संघर्ष कथा सुनाई तो वहां उपस्थित सारे लोग भावुक हो गए।

बाल कलाकार  यज्ञ भसीन को बचपन से ही हॉलीवुड की फिल्में देखने का बहुत शौक था। दीपक भसीन कहते हैं कि जब मैं ऑफिस जाता था तो हर रोज मेरा बेटा बोलता था, कि मुझे एक्टर बनना है। उस समय वह हॉलीवुड की फिल्मों के अलावा शक्तिमान और छोटा भीम देखा करता था। मैंने तीन-चार दिन तक उसकी बातों को इतनी गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन जब रोज बोलने लगा तो मुझे लगा कि इतनी कम उम्र में कितनी बड़ी बात बोल रहा है। उस समय वह नैनीताल के उमा लवली पब्लिक स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ रहा था। मुझे लगा कि शायद यह ईश्वर की मर्जी है, जो इस बच्चे के माध्यम से मुझे कुछ संकेत दे रहे हैं।

यज्ञ भसीन को एक्टर बनाने के फैसले में उनकी मां सोनिया भसीन का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। दीपक भसीन कहते हैं, कि मैंने सोनिया से  इस बात की चर्चा की, पत्नी ने कहा कि आपका जो भी फैसला हो हम आपके साथ हैं। मैंने बेटे से पूछा कि एक्टर बनना चाहते हो तो इसके लिए हमें क्या करना पड़ेगा ? बेटे ने कहा कि हमे एलए (लॉस एंजेलिस) जाना पड़ेगा। लॉस एंजेलिस के बारे में मुझे नहीं पता था। मैंने कहा कि कोई और तरीका बताओ। बेटे ने कहा कि मुंबई शिफ्ट होना पड़ेगा। हमने सोच लिया कि नौकरी छोड़कर बेटे के साथ मुंबई शिफ्ट हो जाएंगे। मेरी सैलरी और पत्नी की इनकम मिलाकर महीने के दो लाख रुपए हो जाते थे। उस समय यह फैसला लेना बहुत मुश्किल था।

दीपक भसीन अपनी पत्नी और बेटे के साथ जून 2017 में मुंबई शिफ्ट हो गए। वह कहते हैं कि मुंबई आने के बाद मैंने भायंदर में किराए पर कमरा ले लिया और भायंदर में ही सेंट एग्नेस इंग्लिश हाई स्कूल में बेटे का एडमिशन करवा दिया। दोपहर में स्कूल खत्म होने के बाद लोकल ट्रेन में बेटे को लेकर अंधेरी ऑडिशन दिलाने आता था। उसने खूब ऑडिशन दिए। भायंदर से बेटे को रोज अंधेरी लेकर आने में बहुत परेशानी होती, इसलिए बाद में अंधेरी चार बंगला म्हाडा के एक चॉल में शिफ्ट हो गया। लेकिन मैंने स्कूल नहीं बदला। स्कूल के प्रिंसिपल ने इतनी सहूलियत दे दी थी कि जब भी हफ्ते में समय मिले तो बेटे को लेकर स्कूल में आ जाना।

मुंबई आने के बाद दीपक भसीन की जो जमा पूंजी थी वह खत्म हो गई। दीपक भसीन कहते हैं, कि मुंबई आने के बाद से असली संघर्ष तब शुरू हुआ, जब हमारी बचत के सारे पैसे खर्च हो गए। दोस्तों और रिश्तेदारों का भी यही कहना था, कि मैंने बहुत गलत फैसला किया। ऐसा भी वक्त आया जब 10 रुपये की मूंगफली खाकर गुजारा किया। मंदिरों में कुछ दानवीर लोग बिस्कुट बांटते थे, उनसे मांगकर कई दिनों तक बिस्कुट खाए और दिन गुजारे। ऊपर वाले ने बहुत कठिन परीक्षा ली। तभी बेटे को पहला सीरियल मेरे सांई मिला। पहले इस सीरियल में उसे तीन दिन का रोल मिला था, लेकिन निर्देशक को काम पसंद आया और उन्होंने रोल बढ़ा दिया। एक दिन के तीन हजार रुपये मिलते थे, यहां से साईं बाबा का आशीर्वाद मिला और तब से बेटे को निरंतर काम मिल रहा है।

अथक संघर्ष के बाद यज्ञ भसीन को साल 2018 में टीवी सीरियल मेरे साईं में पहला ब्रेक मिला। इसके बाद यज्ञ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने तारक मेहता का उल्टा चश्मा, सीआईडी, कृष्णा चली लंदन जैसे कई अन्य धारावाहिकों में उल्लेखनीय किरदार निभाए। वह शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन के साथ विज्ञापन फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। फिल्मों में यज्ञ भसीन को सबसे पहला मौका साल  2020 में रिलीज  अश्विनी अय्यर तिवारी की फिल्म पंगा में मिला। इस फिल्म में यज्ञ भसीन ने कंगना रनौत के बेटे आदित्य निगम का किरदार निभाया और इस किरदार में यज्ञ भसीन की खूब तारीफ हुई। इस फिल्म के बाद यज्ञ भसीन को एक और बड़ा मौका बालाजी टेलीफिल्म्स के लोकप्रिय टीवी शो ये हैं चाहतें में मिला।

यज्ञ भसीन की दो फिल्में बाल नरेन और बिस्वा जल्द ही रिलीज होने वाली है। इसके अलावा वह इन दिनों हैदराबाद रामोजी राव स्टूडियो  में फिल्म छोटा भीम -एंड द कर्स ऑफ दमयान की शूटिंग कर रहे हैं। इस फिल्म में यज्ञ भसीन छोटा भीम का मुख्य किरदार निभा रहे हैं। यज्ञ कहते हैं, मेरी इच्छा हॉलीवुड की फिल्मों में काम करने की है। मैं उम्मीद करता हूं कि छोटा भीम -एंड द कर्स ऑफ दमयान के रिलीज के बाद हॉलीवुड के दरवाजे मेरे लिए खुल सकते हैं। यज्ञ भसीन की मां सोनिया भसीन कहती हैं कि बड़ा होकर मेरा बेटे चाहे हॉलीवुड की फिल्म करें या फिर बॉलीवुड की। मैं चाहती हूं कि उत्तराखंड और भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन करे।

यज्ञ भसीन ने आठ साल की उम्र में एक्टर बनने का सपना देखा और 14 वर्ष की उम्र में उन्हें छोटा भीम -एंड द कर्स ऑफ दमयान जैसी फिल्म में बड़ा मौका मिला। यज्ञ भसीन इन समय कक्षा नौवीं में नायगाव के सेवन स्कवायर एकेडमी में पढ़ रहे हैं। दीपक भसीन कहते हैं कि साल 2004 से लेकर 2017 जून तक नौकरी की और बिना पेंशन के ही नौकरी छोड़ दी। जो भी मैंने रिस्क लिया, उसमे मेरी पत्नी सोनिया का बहुत बड़ा योगदान है। उस फैसले में यदि यह मेरा साथ ना देती तो आज यज्ञ का छोटा भीम बनाना असंभव था।