रुंधा गला, भीगी आंखें... मेज पर जूते रखकर बोलीं साक्षी मलिक - मैं कुश्ती त्यागती हूं


गणेश कुमार स्वामी   2023-12-22 01:44:12



रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) का चुनाव संपन्न होने के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि मैं कुश्ती से संन्यास ले रही हूं। WFI चुनाव में बृजभूषण जैसा ही जीत गया है। साक्षी मलिक ने रोते हुए कहा कि हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए। बूढ़ी महिलाएं आईं। ऐसे लोग भी आए, जिनके पास खाने-कमाने के लिए नहीं है। हम नहीं जीत पाए, लेकिन आप सभी का धन्यवाद। उन्होंने कहा कि हमने पूरे दिल से लड़ाई लड़ी, लेकिन WFI का अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी संजय सिंह चुना जाता है तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं। इस दौरान साक्षी ने अपने जूते उठाकर मेज पर रख दिए।  

वहीं, रेसलर बजरंग पूनिया ने कहा, कि खेलमंत्री ने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि बृजभूषण शरण सिंह से संबंधित फेडरेशन में कोई नहीं आएगा, लेकिन मुझे नहीं लगता कि बेटियों को न्याय मिलेगा। आज के चुनाव में बृजभूषण के आदमी की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है कि वे न्याय करेंगे। साथ ही कहा कि ऐसा लगता है कि पीढ़ियां न्याय के लिए लड़ती रहेंगी। सरकार ने जो वादा किया था, उसे पूरा करने में विफल रही है।

विनेश रोते हुए बोलीं - कुश्ती का भविष्य अंधकार में है  

साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास के ऐलान के बाद विनेश फोगाट भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में दुखद है। हमने लड़ने की कोशिश की, लेकिन जीत हासिल नहीं कर सके। मुझे नहीं पता कि न्याय कैसे मिलेगा, हमने न्याय के लिए आवाज उठाने वाले हर व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश की। मैं युवा एथलीटों से कहना चाहती हूं कि अन्याय का सामना करने के लिए तैयार रहें। कुश्ती का भविष्य अंधकार में है। उन्होंने कहा कि उम्मीदें बहुत कम हैं, लेकिन उम्मीद है कि हमें न्याय मिलेगा। यह दुखद है कि कुश्ती का भविष्य अंधकार में है, हम अपना दुख किसे बताएं? हम अभी भी लड़ रहे हैं।

15 पदों के लिए हुआ था चुनाव  

आज दिल्ली में WFI के अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, महासचिव और वरिष्ठ उपाध्यक्ष समेत 15 पदों के लिए चुनाव हुए। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद के लिए राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण और उत्तर प्रदेश कुश्ती महासंघ के उपाध्यक्ष संजय सिंह के बीच रेस थी। लेकिन संजय सिंह का पलड़ा भारी पड़ा।

बृजभूषण सिंह के करीबी हैं संजय सिंह   

संजय सिंह बृज भूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी रहे हैं, उन्होंने कुश्ती के गौरवशाली दिनों को वापस लाने का वादा किया है। हालांकि पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत अन्य रेसलर्स को संजय सिंह के चुनाव लड़ने पर आपत्ति थी, क्योंकि उन्होंने महीने की शुरुआत में खेलमंत्री अनुराग ठाकुर के साथ अपनी बैठक के दौरान इसे व्यक्त भी किया था।

कौन हैं संजय सिंह?

RSS से जुड़े संजय सिंह वाराणसी के रहने वाले हैं और बृजभूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी हैं। संजय सिंह बबलू को कुश्ती से बेहद लगाव है वह कुश्ती संघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। बृजभूषण के वफादार और यूपी कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष संजय को 40 वोट मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी अनीता श्योराण को 7 वोट मिले।

भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव में RSS से जुड़े संजय सिंह और उनके पैनल ने अधिकांश पदों पर आसानी से जीत हासिल कर ली है। इस समय वो वाराणसी में अपने परिवार के साथ रहते हैं। संजय सिंह बबलू पिछले डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से कुश्ती संघ से जुड़े हैं और बृजभूषण शरण सिंह के काफी नजदीकी माने जाते हैं। वो 2008 से ही वाराणसी कुश्ती संघ के जिला अध्यक्ष हैं। संजय सिंह बबलू का 2009 में प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष के रूप में चयन हुआ था।

जीत के बाद क्या बोले नए WFI अध्यक्ष  

निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण की खेल में जबरदस्त रुचि को देखते हुए ये उम्मीद जताई जा रही है कि संजय सिंह नीतिगत निर्णयों में उनसे सलाह लेंगे। संजय सिंह ने अपनी बड़ी जीत के बाद कहा कि यह देश के उन हजारों पहलवानों की जीत है, जिन्हें पिछले 7-8 महीनों में हार का सामना करना पड़ा है।  

चुनाव में किसे कितने वोट मिले?  

राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण का पैनल महासचिव का प्रमुख पद जीतने में कामयाब रहा, क्योंकि RSPB के पूर्व सचिव प्रेम चंद लोचब ने दर्शन लाल को हरा दिया। प्रेमचंद लोचब को जहां 27 वोट मिले, वहीं दर्शनलाल को 19 वोट मिले। नेशनल हाईवेज पर फूड ज्वाइंट्स की चेन चलाने वाले और बृजभूषण सिंह का विरोध करने वाले पहलवानों के करीबी माने जाने वाले देवेंदर सिंह कादियान ने आईडी नानावटी को हराकर वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद का दावा पक्का किया है। देवेंदर को जहां 32 वोट मिले, वहीं आईडी नानावटी को महज 15 वोट मिले।  

कार्यकारिणी के पांचों सदस्य भी बृजभूषण खेमे के  

दिल्ली के जयप्रकाश (37 वोट), पश्चिम बंगाल के असित कुमार साहा (42 वोट), पंजाब के करतार सिंह (44 वोट) और मणिपुर के एन फोनी (38 वोट) ने चुनाव जीतकर उपाध्यक्ष के सभी 4 पदों पर बृजभूषण खेमे का कब्जा कर लिया है। वहीं, मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव, जो मतदान के लिए नहीं आए, उन्हें उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव में सिर्फ 5 वोट मिले। उत्तराखंड के सत्यपाल सिंह देशवाल बृजभूषण खेमे से हैं, वह नए कोषाध्यक्ष बने हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के दुष्यंत शर्मा को 34-12 से हराया है। कार्यकारिणी के पांचों सदस्य भी निवर्तमान मुखिया के खेमे से हैं।