बढ़ने लगा डर, दिल्ली, यूपी, एमपी और राजस्थान में कोरोना की दस्तक, सतर्क रहने की आवश्यकता


गणेश कुमार स्वामी   2023-12-21 10:00:31



सात महीने बाद गाजियाबाद में कोरोना का पहला केस मिला है। निजी चिकित्सक ने निजी लैब में मरीज की जांच कराई है, जिसमें कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। स्वास्थ्य विभाग ने मरीज और उसके परिवार से सभी सदस्यों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है। 

वहीं दिल्ली में तीन कोरोना के नए केस मिले हैं। सभी मरीजों का उपचार अलग अलग अस्पतालों में चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अब राजधानी में 20 लाख 14 हजार 448 मामले संक्रमण के दर्ज हो चुके हैं। 

मध्य प्रदेश में तीन कोरोना संक्रमित मिलने से चिंता बढ़ गई है। इंदौर के दोनों मरीजों के बाद जबलपुर में भी नॉर्वे से आई एक महिला संक्रमित मिली है। केंद्र ने बुधवार को राज्यों की वीसी के माध्यम से बैठक बुलाई। इसमें राज्यों को तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। 

राजस्थान के जैसलमेर जिले में दो कोरोना पॉजिटिव युवक मिले हैं। दोनों में सर्दी-खांसी के लक्षण पाए गए है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दोनों युवकों के परिवार की जांच के लिए सैंपल लिया गया है। वहीं, उनके संपर्क में आए लोगों की जांच भी की जा रही है। सभी संदिग्धों को होम आईसोलेट कर दिया गया है।  

देशभर में कोरोना के सब-वैरिएंट JN.1 के 21 मामले सामने आए हैं। इनमें से 19 की गोवा में पहचान की गई है, जबकि एक-एक की केरल और महाराष्ट्र में की हैं। इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इनसाकॉग) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। इनसाकॉग स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत स्थापित मंच है जो कोविड-19 की जीनोम सिक्वेंसिंग और वायरस की भिन्नता का अध्ययन व निगरानी करता है। इसे दिसंबर 2020 में गठित किया गया था।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सब-वैरिएंट JN.1 का पता लगने के बीच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्कता बरतने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को देशभर में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कोरोनो वायरस के उभरते सब-वैरिएंट को लेकर सतर्क रहने पर जोर दिया।  

स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को अपडेट आंकड़ों के मुताबिक, भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 614 नए मामले सामने आए हैं। यह 21 मई के बाद से सबसे अधिक है। वहीं, सक्रिय मामले बढ़कर 2,311 हो गए हैं। 

केंद्र ने सतर्कता बरतने को कहा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सब-वैरिएंट JN.1 का पता लगने के बीच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्कता बरतने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को देशभर में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कोरोनो वायरस के उभरते सब-वैरिएंट को लेकर सतर्क रहने पर जोर दिया।  

कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश

बुधवार को केंद्र सरकार ने राज्यों की बैठक बुलाई। इसमें प्रदेश से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े। इसमें राज्यों को सर्दी, खांसी, जुकाम होने पर जांच बढ़ाने के साथ ही अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवा से लेकर सभी इंतजाम की तैयारी रखने को कहा गया। साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए हैं। केंद्र ने राज्यों से किसी प्रकार की जरूरत होने पर बताने को कहा है।  

कोरोना को लेकर सरकार अलर्ट 

राज्यों के स्वास्थ्य विभाग ने भी कोरोना को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसमें आरटी पीसीआर और रैपिड जांच के निर्देश सरकार ने दिए हैं। अस्पतालों में इलाज के इंतजाम करने के लिए भी कहा गया है। इससे पहले मॉकड्रिल में कई जगह ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के नहीं चलने के मामले सामने आए हैं। जिनको जल्द ठीक कराने के लिए कहा गया है।   

डब्ल्यूएचओ ने JN.1 पर क्या कहा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने JN.1 के तेजी से बढ़ते प्रसार को देखते हुए इसे एक अलग वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य निकाय ने कहा है कि यह वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए कम खतरा पैदा करता है। 

विशेषज्ञों ने लोगों से फिर से चेहरे पर मास्क लगाने और भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचने की सलाह दी है। हालांकि आने वाले दिनों में 25 दिसंबर क्रिसमस और एक जनवरी को लोग नए साल के जश्न में डूबने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि आगे स्थित बिगड़ भी सकती है।